51+ Best Waqt Shayari in Hindi | वक्त पर शायरी हिंदी

Waqt Shayari in Hindi | वक्त पर शायरी हिंदी :

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Waqt Shayari in Hindi | वक्त पर शायरी हिंदी

Waqt Shayari in Hindi, वक्त पर शायरी हिंदी

वक्त की धारा में अच्छे अच्छों को
मजबूर होता देखा है,
कर सको तो किसी को खुश करो
दुःख देते हुए तो हजारों को देखा है।

 

आज तेरे लिए वक्त का इशारा है
देखता ये जहां सारा है
फिर भी तुझे रास्तों की तलाश है
आज फिर तुझे मंज़िलो ने पुकारा है।

 

वक्त रहते प्यार को समय देना सिखो
वरना पछताओगे जब खामोशी
के सिवा कुछ हाथ नहीं आएगा।

 

वक्त मिले तो पढ़ लेना खामोशी भी हमारी
तुमसे बिछड़ने के बाद
हम जिंदगी से बिछड़ने की दुआ कर रहे हैं।

 

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Waqt Shayari in Hindi, वक्त पर शायरी हिंदी

वक्त वक्त की बात है
वक्त ने पहचाना दुनियादारी का दौर
वक्त हाथ में है तो दुनिया मुठ्ठी में
वरना हम हो जाएंगे दुनिया की मुठ्ठी में।

 

वक्त मिले तो पढ़ लेना खामोशी भी हमारी
तुमसे बिछड़ने के बाद
हम जिंदगी से बिछड़ने की दुआ कर रहे हैं।

 

वक्त का लिहाज करना सीखो
वरना वक्त तुम्हारा लिहाज नहीं करेगा।

 

ज़िन्दगी ने मेरे मर्ज का एक कारगर इलाज बताया,
वक़्त को दवा कहां और ख्वाहिशों का परहेज़ बताया।

 

वक्त का खास होना जरूरी नही
खास लोगो के लिए वक्त होना जरूरी है।

 

वक्त नूर को बेनूर कर देता है
छोटे से जख्म को नासूर कर देता है
कौन चाहता है अपनों से दूर होना
मगर वक्त हर किसी को मजबूर कर देता है।

 

वक्त भी अजीब है
इमरान हाशमी वाले मौसम में
सलमान खान वाली जिंदगी चल रही है।

 

वक्त अच्छा हो या बुरा
जो हमेशा साथ रहता है
वही सच्चा प्यार करता है।

 

कितना भी समेट लो
हाथों से फिसलता जरूर है
ये वक्त है साहब, बदलता जरूर है।

 

अपनों और परायो का अंतर वक्त ने सिखा दिया
चाहा था जिसे जान से ज्यादा उसने ही रुला दिया।

 

वो वक्त सी थी जो गुजर गई
और मैं यादों सा था जो ठहर गया।

 

बदला हुआ वक़्त है
ज़ालिम ज़माना है
यहां मतलबी रिश्ते है
फिर भी निभाना है।

 

ये वक़्त ही था जिसने मुझे बदनाम किया है,
वरना गिने जाते थे हम भी कभी उन शरीफों में।

 

जनाब मालूम नहीं था की
ऐसा भी एक वक़्त आएगा,
इन बेवक़्त मौसमों की तरह
तू भी क्षणभर में यु बदल जायेगा।

 

आँखो में यु समन्दर लिए किनारे कि तलाश में हूँ
इस वक्त को वक्त देकर वक्त पाने कि आस में हूँ।

 

कुछ इस तरह से सौदा किया
मुझसे मेरे वक़्त ने तजुर्बे देकर
वो मुझ से मेरी नादानियां ले गया।

 

वक्त वक्त की बात है
कल एक दूसरे से
अनजान आज एक दूसरे की जान है।

 

वक्त की धुंध में छुप जाते हैं ताल्लुक,
बहुत दिनों तक किसी की आँख से ओझल ना रहिये।

 

बुरा वक्त तो सबका आता हैं।
कोई बिखर जाता हैं, तो कोई निखर जाता है।

 

ज़मीन पर मेरा नाम वो लिखते और मिटाते हैं
वक्त उनका तो गुजर जाता है
मिट्टी में हम मिल जाते हैं।

 

क्त किसी का बुरा नही होता है,
वक्त के साथ इंसान बुरा बन जाता है।

 

वक़्त लगता है खुद को बनाने मे
इसलिए वक़्त बर्बाद मत करो किसी को मानाने में।

 

जब आपका वक्त बदल जाए
तो बुरे वक्त को भी याद कर लेना।

 

बुरा वक़्त कभी भी बता कर नहीं आता
पर सीखा कर बहुत कुछ जाता है।

 

वक़्त अजीब चीज़ है वक़्त के साथ ढल गए
तुम भी बहुत करीब थे अब बहुत बदल गए।

 

डर नहीं लगता मुझे इस रात के अंधेरे से
ये तो वक़्त की पाबंद है ढल ही जाएगी।

 

वो वक़्त भी बहुत खास होता है,
जब सर पर माता पिता का हाथ होता है।


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