51+ पिता पर शायरी | Best Father Shayari in Hindi

पिता पर शायरी | Father Shayari in Hindi :

नमस्कार दोस्तों, यहां हम आपके लिऐ Hindi Web Quotes वेबसाईट पर पिता के उपर शायरी का संग्रह लेकर आए हैं। आप अपनी पसंद के अनुसार सभी प्रकार की शायरी चुन सकते है और जहां पर आप अपने दोस्तों को चांहे जितना शेयर कर सकते है।

 

पिता पर शायरी | Father Shayari in Hindi

पिता पर शायरी, Best Father Shayari in Hindi

सफर सुहाना करते वो मेरी मां है,
और जो हर सफर आसान करते वो मेरे पापा है।

 

बेमतलब इस दुनिया में वो ही हमारी शान हैं
किसी शख्स के वजूद की पिता ही असली पहचान हैं।

 

किताबो से नहीं मैंने रास्तो की ठोकरों से सिखा है
और मुश्किलो में भी हसना मैंने अपने पापा से सिखा है।

 

पिता के बिना जिंदगी वीरान है
सफर तन्हा और राह सुनसान है
वही मेरी जमीं वही आसमान है
वही खुदा वही मेरा भगवान है।

 

मुझे मौत से इतना डर नही लगता,
जितना मां बाप के बिना इस दुनियां में जीने से लगता है।

 

भूखा नहीं सोया कभी मजबूर बनकर
अपने सपने बेचकर खिलाया बाप ने मजदूर बनाकर।

 

परिस्थितियों से लड़ते रहते हैं
पर कभी बताते नहीं
दर्द तो पिता को भी होता है
पर कभी जताते नहीं।

 

बोझ कितना भी हो, कभी उफ नही करता
कंधा बाप का है साहेब बड़ा मजबूत होता है।

 

पिता आपका वो आसू है,
जो आंख में भर तो आया पर गिरा नही।

 

अंधेरी जिंदगी की राह दिखाने वाली मशाल हैं
जीवन की परेशानियों से बचाने वाली ढाल हैं
मेरे पापा मेरे लिए मिसाल हैं।

 

मेरी रब से एक गुजारिश है
छोटी सी लगानी एक सिफारिश है
रहे जीवन भर खुश मेरे पापा
बस इतनी सी मेरी ख्वाहिश है।

 

मुझ को छाँव में रखा और ख़ुद भी वो जलता रहा
मैं ने देखा इक फ़रिश्ता बाप की परछाईं में।

 

कभी है धरती कभी आसमान है पिता
मेरी आन है और मेरी शान है पिता।

 

इस दुनिया का हर रिश्ता स्वार्थ पर टिका है
केवल बाप बेटी का रिश्ता ही प्यार पर टिका है।

 

जब भी पापा की याद आती है
मेरी आंखों में नमी आ जाती है
उसके बाद हंसते हुए चेहरे पर
एकदम से खामोशी छा जाती है।

 

बेम़तलब सी इस दुनिया में वो ही हमारी शाऩ है,
किसी शख्स़ के वजूद की पिता ही पहली पहचान है।

 

दिल के हर कोने में है आपके होने का आभास,
गालों पर आपके हाथों की वह थपकी,
दूर रहकर भी कराती है आपके पास होने का एहसास।

 

ये खु़दा मेरे पापा को सही़ सलामत रखना,
में रहु या ना़ रहु मेरे पापा का ख्या़ल रखना।

 

दुनिया की भीड़ में सबसे करीब जो है,
मेरे पिता जी मेरे खुदा मेरी तकदीर वो है।

 

भले ही पापा अपने जज्बात जाहिर नहीं करता
मगर पापा से ज्यादा प्यार और कोई नहीं करता।

 

जो हिम्मत हारने पर देते हैं साहस,
असफल होने पर बताते हैं सफलता का रास्ता,
दुख के हर पल को भी बना देते हैं खुशनुमा,
वह और कोई नहीं, मेरे पापा ही तो हैं।

 

मेरे लिए मेरा जहान हो तुम
सबसे बड़ी पहचान हो तुम
अगर माँ जमीन है तो पापा मेरे लिए
पूरा आसमान हो तुम

 

मुझे रख दिया छांव में
खुद जलते रहे धूप में
मैंने देखा है एक फरिश्ता
अपने पिता के रूप में।

 

खुशियों से भरा पल होगा
जीवन में सुनहरा कल होगा
मिलेगी कामयाबी उन्हें
जिनके सिर पर पिता का हाथ होगा।

 

पिता के बिना जिंदगी वीरान है
सफर तन्हा और राह सुनसान है
वही मेरी जमीं वही आसमान है
वही खुदा वही मेरा भगवान है।

 

अंधेरी जिंदगी की राह दिखाने वाली मशाल हैं,
जीवन की परेशानियों से बचाने वाली ढाल हैं,
मेरे पापा मेरे लिए मिसाल हैं।

 

मैंने भगवान को नहीं देखा
लेकिन जब भी मैं
अपने पिता को देखता हूं,
मेरा सर मेरे भगवान के सामने
झुक जाता जाता है।

 

दिल के हर कोने में है
आपके होने का आभास,
गालों पर आपके हाथों की वह थपकी,
दूर रहकर भी कराती है
आपके पास होने का एहसास।

 

पिता वह आसमां है
जिनका साया दुख में भी छाया देता है
और सुख में भी पिता भगवान का वह आशीर्वाद है
जो जिंदगी में असफल होने पर भी मिलता है
और सफल होने पर भी।

 

एक स्तंभ हो आप,
एक विश्वास हो आप
आपसे अस्तित्व है मेरा,
आपसे शान है मेरा।

 

जिसका त्याग समझ आ जाए
वो मां होती है और
जिसका त्याग समझ न आए
वो पिता होता है।

 

साहस है पिता, ताक़त है पिता
विश्वास है पिता, मेरा अभिमान है पिता
पिता जैसा कुछ नही ऐसा महान है पिता।

 

हाँ मां करती है बेहद प्यार बेशक
पर पिता का प्यार कम थोड़े ही है
हाँ मां से ही मिलती है ममता की छांव
लेकिन पिता की बरगद सी छांव कम थोड़े ही है।

 

मुसीबतों से बचाकर लड़ना सिखाते हैं
जीवन में शुभ मंगल की तरह होते हैं
गौर से सोचों तो पिता जिन्दगी में
कर्ण के कवच की तरह होते हैं।

 

सोचे भी तो क्या सोचे तुम्हारे सिवा
मांगे भी तो क्या मांगे तुम्हारे सिवा
बिन मांगे सब कुछ पा लिया मेरे पापा।

 

मेरी रब से एक गुजारिश है
छोटी सी लगानी एक सिफारिश है
रहे जीवन भर खुश मेरे पापा
बस इतनी सी मेरी ख्वाहिश है।

 

पिता जमीर हैं
पिता जागीर है
जिसके पास ये हैं
वह सबसे अमीर है।

 

हर किसी के चेहरे पर मुस्कान लाते है मेरे पापा
हर किसी के दुखो को अपनाते है मेरे पापा
मेरे पापा बहुत अच्छे है दिन भर लोगो को हसाते है मेरे पापा।

 

वो जमीं मेरा वो ही आसमान है
वो खुदा मेरा वो ही भगवान् है
क्यों में जाऊं कहीं उसे छोड़ के
पापा के क़दमों में सारा जहां है।

 

बेमतलब इस दुनिया में वो ही हमारी शान हैं
किसी शख्स के वजूद की पिता ही असली पहचान हैं।

 

कमर झुक जाती है बुढ़ापे में उसकी
सारी जवानी जिम्मेदारियों का बोझ धोकर
खुशियों की इमारत कड़ी कर देता है पिता
अपने लिए बुने हुए सपनों को खोकर।

 

क्या कहूँ उस पिता के बारे में
जिसने सोचा नहीं कभी खुद के बारे में
पापा आपने मुझे जिन्दगी भर दिया है
आपका तहे दिल से बहुत शुक्रिया।

 

मंजिल दूर और सफ़र बहुत है
छोटी सी जिन्दगी की फिक्र बहुत है
मार डालती ये चुनौतियाँ कब की हमें
लेकिन पापा के प्यार में असर बहुत है।

 

वो जमीं मेरा वो ही आसमान है
वो खुदा मेरा वो ही भगवान् है
क्यों में जाऊं कहीं उसे छोड़ के
पापा के क़दमों में सारा जहां है।


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